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गिलकी की पैदावार कैसे बढ़ाएं | Gilki ki Kheti | Sponge Gourd Cultivation (नेनुआ तोरई तोरी घीया खेती)

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Published 20 Aug 2017

गिल्की की खेती, गिलकी की पैदावार कैसे बढ़ाएं? | Gilki ki Kheti | Sponge Gourd Cultivation (नेनुआ, तोरई, तोरी, घीया, की खेती) गिलकी में आने वाले किट और बीमारियों की जानकारी निचे डिस्क्रिप्शन में है कृपया पड़ें दोस्तों इस वीडियो में जो आप देख रहे हैं वो गिलकी की खेती की पूरी जानकारी नहीं है इस वीडियो में जो किसान भाई है उनकी फसलें स्ट्रेस में थी इसलिए जैसे ही उन्होंने सुपरनोवा का स्प्रे किया पैदावार बढ़ गई यदि आप गिलकी की खेती की पूरी जानकारी चाहते हैं तो निचे पड़ें गिलकी (SPONGE GOURD) की खेती की पूरी जानकारी बेल वाली सब्जियों में गिलकी एक महत्वपूर्ण सब्जी है। इसकी खेती बड़े पैमाने के आलावा छोटी गृह वाटिका के रूप में भी उगाया जाता है। इसकी खेती खरीब व गर्मी (जायद) दोनों सीजन में की जाती है। अंग्रेजी में इसे स्पंज गार्ड भी कहते है। गिलकी की खेती देश के सभी राज्यों में की जाती है। गिलकी में विटामिन ए के साथ आयरन (लोहा ), कैल्शियम व फास्फोरस का अच्छा स्रोत माना जाता है। गर्मीं में इसकी खेती करना अधिक लाभ देती है इस समय बाजार में इसकी मांग अच्छी रहती है। खेत की तैयारी :- गिलकी की खेती के लिए मिट्टी उचित जल निकास वाली हो अच्छा उत्पादन के लिए दोमट, बलुई दोमट उपयुक्त होती है। खेत की जुताई के पहले अच्छी पकी हुई गोबर की खाद डालें उसके बाद २से ३ बार जुताई करे व क्यारिया बना ले, क्यारियों में सिचाई व जल निकासी में आसानी होती रहती है। खाद व बीज :- गोबर की खाद के आलावा नाइट्रोजन ८० किलोग्राम,फॉस्फोरस ५० किलोग्राम ,पोटाश ५० किलोग्राम /हेक्टेयर के हिसाब से डालना चाहिए फॉस्फोरस व पोटाश की पूरी मात्रा बुवाई के समय व नाइट्रोजन की ३ बार सामान मात्रा में २५ से ३० दिन के अंतराल में दे। बीज की बुवाई पालियो पर करे, आधा से एक मीटर की दुरी पर बीज रखे व क्यारी से क्यारी की दुरी डेढ़ से दो मीटर रखे। बीज बुवाई के तुरंत बाद सिंचाई करे, गर्मी में सिंचाई जल्दी - जल्दी करे। बुवाई के लिए बीज की मात्रा ३ से ४ किलोग्राम पर्याप्त होता है। खरपतवार होने पर निदाई गुड़ाई करे। किट प्रबंध :- गर्मी के समय में रस चूसक कीटो का अधिक प्रकोप होता है कीटो पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक होता है। फल छेदक - सुन्डिया पत्तों को खाती है। जब फल लगने लगते हैं तो फल के अंदर छेद कर देते हैं। जिससे उत्पादन में काफी नुकसान होता हैं। सफ़ेद मक्खी :- (व्हाइट फ्लाई) सफ़ेद मक्खी का नियंत्रण बहुत जरुरी होता है। इसके प्रकोप से पत्ते पिले पड़कर सिकुड़ने लगते ह। येल्लो मोजेक (पीला रोग ) का मुख्य कारण सफ़ेद मक्खी होती है इसलिए इसका नियंत्रण जरूर करे। इसके नियंत्रण के लिए एसीटामिप्रिड १०० ग्राम/एकड़ १५० लीटर पानी में घोल कर स्प्रै करे अथवा डायफेनथोरोन ५०% का १५० ग्राम /एकड़ १५० लीटर पानी में घोल कर स्प्रे करे। चेपा थ्रिप्स व लीफ माइनर :- रस चूसक कीटो के कारण पौधो पत्ते सिकुड़ जाते और पौधो का विकाश रुख जाता है। नियंत्रण के लिए ईमिडाक्लोप्रीड १७.८% का १०० मि.ली./एकड़ १५० लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करे अथवा लेम्डासायलोथ्रिन २०० मि.ली. का १५० लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करे। भभूतिया रोग (पावडरी मिल्ड्यू ) इसके नियंत्रण के लिए कार्बेन्डाजिम+मैनकोजेब का २५०ग्राम / एकड़ १५० लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करे। गिलकी में बुवाई के ३० से ३५ दिन में फूल आने लगते है और ६० दिन के लगभग फल की पहली तुड़ाई कर सकते है। नोट: ऐसा नहीं है की सुपरनोवा के प्रयोग मात्रा से ही आपकी गिलकी की खेती की पैदावार ४ गुना बढ़ जाएगी यह आपके खेत की मिटटी, मिटटी में मौजूद नुट्रिएंट्स, बीज की वेराइटी, मौसम एवं कई अन्य चीजों पर निर्भर करता है, किसी भी किसान भाई को गुमराह करना इस चैनल का उद्देश्य नहीं है Website: www.protonovaindia.com Helpline Number: 9617729756. Disclaimer- This Youtube Channel is to share the views of the farmers and it doesn't guarantee any income or profit from any crop, agriculture and Farming or business ideas. Before making any decision please consult with expert first. On this Channel we are providing all information very carefully, but may be possibility of mistake. We shall not accept any liability or Responsibility from any directly or indirectly for any loss or Profit and good or bad results with our Videos. Copyright Disclaimer Under Section 1010 of the Copyright Act 1076, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use. गिलकी की खेती करें और कमायें लाख रूपए, gilki ki kheti kainsee karen, कम खर्च में गिलकी की खेती करें, Gilki ki unnat kheti, May Vegetables Farming, Sabjiyon ki kheti, मई महीने में ऐंसे करें गिलकी की खेती, Sponge Gourd Farming, A2Z Information on gilki ki kheti, गिलकी की खेती कैसे करें, गिलकी कैसे लगाते हैं?, गर्मी में गिलकी की खेती कैसे करें?, Sponge Gourd, farming, kheti, agriculture, गिलकी की खेती, गिलकी की खेती कैंसे करें, gilki ki unnat kheti kheti karen, gilki se lakho kamayen, May mahine me ugne wali sabjiyan.

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